पिता के मृत्यु के बाद जमीन / प्रॉपर्टी अपने नाम कैसे करें:- लोगों के बीच सबसे ज्यादा झगड़े संपत्ति के लिए ही होते हैं। खासकर जब पिता की मृत्यु हो जाती है, तो उनकी मृत्यु के बाद उनकी जमीन को अपने नाम पर करने के लिए भाई-भाई आपस में लड़ते हैं। ऐसे में अगर आपके पिता की कोई संपत्ति है जिसे आप अपने नाम पर करना चाहते हैं या फिर आपके पिता ने आप के नाम पर कोई संपत्ति रखी है।
तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की पिता की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम कैसे करें? ये आर्टिकल जानकारी से भरपूर होने वाली है तो इसे पूरा जरूर पढ़ें।
Contents
- 1 सामान्य जानकारी
- 2 पिता की जमीन को अपने नाम कैसे करें ?
- 3 पिता के जमीन को अपने नाम पर करने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी ?
- 4 पिता की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम पर करने की पूरी प्रक्रिया
- 5 वसीयत के द्वारा पिता की मौत के बाद जमीन अपने नाम कैसे करें ?
- 6 पिता की मृत्यु के बाद जमीन का बंटवारा कैसे करें ?
- 7 FAQ-
सामान्य जानकारी
आर्टिकल | जमीन का बटवारां कैसे करें |
उद्देश्य | पिता के मृत्य होने पर जमीन अपने नाम करें |
लाभार्थी | घर के सदस्य |
आवेदन | ऑफलाइन |
वेबसाइट | कोई आधिकारिक वेबसाइट नहीं है |
पिता की जमीन को अपने नाम कैसे करें ?
पिता की संपत्ति को अपने नाम करना काफी ज्यादा आसान होता हैं। इसके लिए आपको सिर्फ अपने पिता के द्वारा बनाए गए वसीयत को ध्यान से पढ़ना होगा या फिर किसी एक्सपर्ट से पढ़वाना होगा।
क्योंकि अधिकतर मामलों में जब पिता की संपत्ति बेटों को ट्रांसफर की जाती है तो उसमें व्यक्ति का नाम पहले से ही मौजूद होता है। ऐसे में आपको जमीन को अपने नाम पर करवाने की कोई झंझट ही नहीं रहेगी।
Note – अगर आपके माता-पिता की आप अकेली संतान हैं, तो आपको ज्यादा दिमाग लगाने की जरूरत नहीं है क्योंकि पिता की इकलौती संतान होने की वजह से उनकी संपत्ति अपने आप ही आपके पास ट्रांसफर हो जाएगी।
पिता के जमीन को अपने नाम पर करने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत होगी ?
अगर बेटा पिता की मृत्यु के बाद जमीन को अपने नाम पर करना चाहता हैं, तो उसके पास निम्नलिखित दस्तावेजों का होना जरूरी है –
- पिता की बनाई वसीयत या वसीयतनामा
- उत्तराधिकारियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र
- उत्तराधिकार प्रमाणपत्र
- पिता की मृत्यु का प्रमाण पत्र
- वंश सूची प्रमाण पत्र
- उपहार का प्रमाण पत्र
पिता की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम पर करने की पूरी प्रक्रिया
पिता की अगर मृत्यु हो जाए तो पुत्र को उनकी जमीन को अपने नाम पर करने के लिए एक प्रक्रिया को फॉलो करना पड़ता है। जो कुछ इस तरह से होती है –
1. अगर आप अपने पिता के जमीन को अपने नाम पर करना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए सबूत दिखाना पड़ेगा कि आपके पिता की प्रॉपर्टी आप के नाम पर है या फिर उसे पर आपका अधिकार है।
2. फिर पिता के जमीन का बंटवारा करने के लिए आपको वंशावली बनाना होगा। क्योंकि वंशावली बंटवारे में मदद करता हैं।
3. जब आप वंशावली बना लेंगे तब पिता की संपत्ति बाकी के बच्चों में बराबर बांट दी जाएगी।
4. परिवार के प्रत्येक सदस्य के बीच जमीन का बंटवारा कर देने के बाद आप को ऑनलाइन दाखिल खारिज करना होगा।इसके बाद आपको दाखिल खारिज का वेरिफिकेशन करने के लिए बुलाया जाएगा।
5. तो आप वेरिफिकेशन के लिए चले जाइए, ध्यान रहे दाखिल खारिज करने के लिए आपके सभी भाइयों का एक साथ होना बहुत जरूरी है।
जैसे ही वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी वैसे ही पिता की संपत्ति आप के नाम हो जाएगी।
वसीयत के द्वारा पिता की मौत के बाद जमीन अपने नाम कैसे करें ?
अगर आपके पिता की मृत्यु से पहले उन्होंने कोई वसीयत तैयार करवाई थी। तो आप उस दस्तावेज की मदद से उनके जमीन को अपने नाम कर सकते हैं –
1. वसीयत की मदद से पिता की मौत के बाद उनकी जमीन को अपने नाम पर करने के लिए आपको सबसे पहले अपने करीबी कार्यालय में जाकर वसीयत को जमा करना होगा।
2. इसके बाद कार्यालय के ऑफिसर के द्वारा आपके वसीयत की जांच की जाएगी।
3. वसीयत की जांच हो जाने के बाद आप चाहे तो अपने पिता के संपत्ति का नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए एप्लीकेशन डाल सकते हैं।
4. इस तरीके से वसीयत होने पर आप आसानी से अपने पिता की संपत्ति को अपने नाम पर कर सकते हैं।
5. लेकिन अगर आप दो भाई हैं और आपके पिता की कोई संपत्ति है। तो सरकार आप के नाम पर पिता की संपत्ति नहीं करेंगे। क्योंकि पिता की जमीन को अपने नाम करने के लिए पहले उसे जमीन को दोनों भाइयों में बांटना होगा।
पिता की मृत्यु के बाद जमीन का बंटवारा कैसे करें ?
अगर आपके पिता की मृत्यु हो गई है और वो अपने पीछे संपत्ति छोड़ कर गए हैं। तो उस संपत्ति को आप अपने भाई बहनों के बीच बराबर बांट पाएंगे –
1. सहमती बंटवारा
जैसे की आपको नाम से ही समझ आ रहा होगा की जब जमीन का बंटवारा परिवार के सदस्य साथ मिलकर आपसी सहमति से करते हैं, तो उसे सहमति बटवारा कहते हैं। इस तरह का बंटवारे में अक्सर पूरा परिवार साथ मिलकर बातचीत करता है और ये तय करता है की परिवार के किस सदस्य को कितनी जमीन दी जाएगी व कौन सी जमीन दी जाएगी !
2. पंचायत बटवारा
कुछ लोगों को जहां सहमति बटवारा सही लगता है। तो वहीं कुछ लोग सहमति बंटवारा से खुश नहीं होते हैं, और पंचायत के पास जाते हैं। तब पंचायत उनके जमीन को परिवार के सदस्य के बीच सही तरीके से बांटते हैं।
3. रजिस्ट्री बटवारा
जब लोगों को सहमति बटवारा और पंचायत बटवारा दोनों ही पसंद नहीं आता है। तो वो रजिस्ट्री बटवारा को चुनते हैं! इस तरह के बंटवारे रजिस्ट्री ऑफिस में रजिस्टार ऑफिसर के मौजूदगी में की जाती है।
इस तरह का बंटवारा करने के लिए रजिस्ट्रार ऑफिसर कई बार अपने लोगों को आपके बिना बताए, आपके घर के बारे में जानकारी निकलते हैं और फिर इस जानकारी के आधार पर आपकी जमीन का बंटवारा करते हैं।
FAQ-
पिता और माता की मृत्यु के बाद संपत्ति का मालिक उनके पुत्र और पुत्री होते हैं। पहले संपत्ति पर औरतों का अधिकार नहीं हुआ करता था।
जी हां बिल्कुल, अगर आपके पिता की मृत्यु हो जाती है तो उनके मृत्यु के बाद आप उनके संपत्ति पर दावा कर सकते हैं।
जी नहीं, नाबालिक होने पर आप के पिता संपत्ति वापस नहीं ले सकते हैं। अगर वो आपको गिफ्ट के तौर पर दिया गया हो।
Conclusion
दोस्तों इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि पिता की मृत्यु के बाद जमीन अपने नाम कैसे करें ? इस आर्टिकल में पिता की जमीन को उनके मरने के बाद अपने नाम पर करने की पूरी प्रक्रिया बताई गई हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में कोई सवाल आता है तो आप अपना सवाल हमसे पूछ सकते हैं।
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